Lohagad Fort: History, Trek, and Travel Guide लोहगढ़ किला: इतिहास, ट्रेक और यात्रा गाइड

परिचय | Introduction

लोहगढ़ किला (Lohagad Fort) महाराष्ट्र के सबसे खूबसूरत और ऐतिहासिक किलों में से एक है। पुणे जिले के लोनावला के पास स्थित यह किला न केवल अपनी शानदार वास्तुकला और रणनीतिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि ट्रेकिंग लवर्स के लिए भी एक शानदार डेस्टिनेशन है।

मानसून के दौरान यह किला हरे-भरे पहाड़ों और बादलों से ढक जाता है, जिससे यह किसी स्वर्ग से कम नहीं लगता। यदि आप एडवेंचर, इतिहास और प्रकृति का एक साथ आनंद लेना चाहते हैं, तो यह किला आपकी बकेट लिस्ट में जरूर होना चाहिए!

lohagad fort

1. लोहगढ़ किले का इतिहास | History of Lohagad Fort

लोहगढ़ किला  2300 फीट की ऊँचाई पर स्थित एक  प्राचीन किला है, जिसे दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में बनाया गया था। इस किले ने सतवाहन, चालुक्य, यादव और मुगल साम्राज्य के शासनकाल को देखा है, लेकिन इसका सबसे महत्वपूर्ण दौर छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में आया।

शिवाजी महाराज ने इस किले को 1665 में मुगलों से जीतकर अपने खजाने को सुरक्षित रखने के लिए इस्तेमाल किया। इसके बाद यह किला मराठा और अंग्रेजों के बीच कई बार हाथ बदलता रहा। आज, यह किला भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है और महाराष्ट्र की महान धरोहर में शामिल है।

2. लोहगढ़ किला ट्रेक | Lohagad Fort Trek

➡️ ट्रेक का स्तर: आसान से मध्यम (Beginner Friendly)

➡️ कुल दूरी: लगभग 5-6 किलोमीटर (बेस पॉइंट से)

➡️ समय: 45 मिनट से 1 घंटा (एक तरफ)

➡️ बेस्ट सीजन: मानसून और सर्दियाँ

ट्रेकिंग रूट:

1. मलावली रेलवे स्टेशन से किले तक कुल दूरी 11 किमी है।

2. मलावली से बाइक, कार या जीप द्वारा भुशी डैम होते हुए बेस पॉइंट तक पहुँचा जा सकता है।

3. बेस पॉइंट से किले तक सीढ़ियों और कच्चे रास्ते से ट्रेक किया जाता है।

ट्रेकिंग का सबसे अच्छा समय:

✅ मानसून (जुलाई – सितंबर): हरियाली, झरने और कोहरे का जादुई नज़ारा!

✅ सर्दी (नवंबर – फरवरी): सुहावना मौसम, साफ आसमान और शानदार व्यू!

❌ गर्मी (मार्च – मई): बहुत गर्मी होती है, सुबह जल्दी जाने की सलाह दी जाती है।

lohagad fort top view

3. लोहगढ़ किले के प्रमुख आकर्षण | Major Attractions of Lohagad Fort

1️⃣ विनचू कट्टा (Vinchu Kata):

यह किले का सबसे अनोखा हिस्सा है, जो छिपकली की पूँछ जैसा दिखता है। यहाँ से पूरे पहाड़ी इलाके का अद्भुत दृश्य मिलता है।

2️⃣ चार ऐतिहासिक दरवाजे:

गणेश दरवाजा, नरसिंह दरवाजा, हनुमान दरवाजा और महादरवाजा।

3️⃣ भव्य प्राचीन संरचनाएँ:

गुफाएँ, जल कुंड और छत्रपति शिवाजी महाराज के काल के निर्माण।

4️⃣ 360-डिग्री टॉप व्यू:

यहाँ से लोनावला, भुशी डैम, तुंग किला, और पवन झील के शानदार नज़ारे दिखते हैं।

5️⃣ हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता:

मानसून में यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं लगती!

4. लोहगढ़ किला कैसे पहुँचे? | How to Reach Lohagad Fort

✅ सड़क मार्ग (By Road):

पुणे से 60 किमी और मुंबई से 100 किमी की दूरी पर स्थित है।

आप कार, बाइक या कैब से यहाँ आसानी से पहुँच सकते हैं।

✅ रेल मार्ग (By Train):

नज़दीकी रेलवे स्टेशन मलावली (Malavli) है।

यहाँ से ऑटो, जीप या पैदल ट्रेक करके किले तक पहुँचा जा सकता है।

✅ हवाई मार्ग (By Air):

नज़दीकी एयरपोर्ट पुणे एयरपोर्ट (65 किमी) है।

lohagad fort

5. लोहगढ़ किले की यात्रा के लिए टिप्स | Travel Tips for Lohagad Fort

✔️ आरामदायक ट्रेकिंग शूज़ पहनें, ताकि फिसलन से बचा जा सके।

✔️ पानी की बोतल और हल्का खाना साथ रखें, क्योंकि किले के ऊपर खाने के विकल्प बहुत कम हैं।

✔️ मानसून में बरसाती (Raincoat) और फिसलने से बचने के लिए स्टिक साथ रखें।

✔️ अगर आप इतिहास प्रेमी हैं, तो गाइड के साथ जाएँ, ताकि आपको किले की पूरी जानकारी मिल सके।

✔️  सुबह जल्दी जाएँ, ताकि भीड़ से बचा जा सके और मौसम भी सुहाना हो।सुबह

लोहगढ़ किले की एंट्री फीस कितनी है?

उत्तर: लोहगढ़ किला पूरी तरह से फ्री है, यहाँ कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता।

क्या लोहगढ़ किले पर रात में रुक सकते हैं?

उत्तर: नहीं, किले पर रुकने की सुविधा नहीं है। लेकिन लोनावला और मलावली में होटल और होमस्टे उपलब्ध हैं।

क्या लोहगढ़ किले तक बाइक से जा सकते हैं?

उत्तर: हाँ, आप बेस पॉइंट तक बाइक या कार से जा सकते हैं, लेकिन आखिरी हिस्सा ट्रेक करके ही पार करना होगा।

लोहगढ़ किले पर खाने-पीने की क्या सुविधा है?

उत्तर: बेस पॉइंट पर कुछ छोटे होटल और स्टॉल हैं, लेकिन ऊपर ज्यादा सुविधा नहीं है, इसलिए पानी और हल्का खाना साथ ले जाएँ।

लोहगढ़ किले की यात्रा में कितना समय लगेगा?

उत्तर: ट्रेकिंग सहित 4-5 घंटे में किले की पूरी यात्रा पूरी हो जाती है।

क्या लोहगढ़ किले के पास और कोई दर्शनीय स्थल हैं?

उत्तर: हाँ, आप भुशी डैम, तुंग किला, पवन झील, और विसापुर किला भी घूम सकते हैं।

निष्कर्ष | Conclusion

लोहगढ़ किला सिर्फ एक ट्रेकिंग डेस्टिनेशन नहीं, बल्कि इतिहास और प्रकृति का अनूठा संगम है। चाहे आप एडवेंचर लवर्स हों या इतिहास प्रेमी, यह किला आपको रोमांच और शांति दोनों का अनुभव कराएगा।

तो अगली बार जब आप पुणे या मुंबई जाएँ, तो लोहगढ़ किला जरूर एक्सप्लोर करें!

👉 क्या आपने कभी लोहगढ़ किले की यात्रा की है? अपने अनुभव हमें कमेंट में बताइए!

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